छोटी-छोटी चीज़ें हमें कई बार बड़ी-बड़ी खुशियों से भर देती हैं। छोटी-छोटी चीज़ें हमें कई बार बड़ी-बड़ी खुशियों से भर देती हैं।
स्वागत है, हे वसंत ऋतु, स्नेहशील शब्दों से, अनंत गहराई से जो निकली। स्वागत है, हे वसंत ऋतु, स्नेहशील शब्दों से, अनंत गहराई से जो निकली।
ए ज़िंदगी तू सबको उनकी सच्ची चाह देना इस राह में जो मिले उसे प्यार देना! ए ज़िंदगी तू सबको उनकी सच्ची चाह देना इस राह में जो मिले उसे प्यार देना!
ग्रीष्म ऋतु के क़हर के साथ इस ऋतु में मिलने वाले उपहारों पर ध्यान दें तो ऋतु का आनंद ले सकते हैं । ग्रीष्म ऋतु के क़हर के साथ इस ऋतु में मिलने वाले उपहारों पर ध्यान दें तो ऋतु का ...
लकीरें हाथ में जो हैं, पुरानी हैं लकीरें हाथ में जो हैं, पुरानी हैं
ऐ ज़िंदगी तू क्या है, आ कुछ लफ़्ज़ों में बयां कर लू; ऐ ज़िंदगी तू क्या है, आ कुछ लफ़्ज़ों में बयां कर लू;